Ayaansh Goyal

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मोबाइल का मयजाल

मोबाइल का मायाजाल

मोबाइल का नाम सुनते ही हम सभी की बांछे खिल जाती हैं। फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम आदि आँखों के सामने घूमने लग जाते हैं। अनेक प्रकार के वीडियो गेम, रोचक ऐप का का मायाजाल हमें इस कदर अपने में उलझा लेता है कि हम चाहकर भी इससे बाहर नहीं निकल पाते। एक क्षण को भी मोबाइल जब हमसे जुदा हो जाता है तो लगता है हमने न जाने अपने जीवन की कौन-सी कीमती चीज़ खो दी है। मोबाइल के माया जाल में फंस कर हम रिश्तों को भी भूलते चले जा रहे हैं। कई बार तो ऐसा होता है कि संपूर्ण परिवार एक ही डाइनिंग टेबल पर बैठकर खाना खा रहा होता है किंतु हर व्यक्ति अपने-अपने मोबाइल में ऐसा व्यस्त होता है कि उसे सामने वाले का दर्द या खुशी तक नजर नहीं आती।
  मोबाइल का मकड़जाल अत्यंत पेचीदा है, लोग इससे अच्छी तरह से परिचित हैं किंतु जब तक वे स्वयं किसी हादसे का शिकार नहीं होते तब तक वे इस मकड़जाल में निरंतर ख़ुशी-खुशी उलझते ही चले जाते हैं।
  मोबाइल का अत्यधिक इस्तेमाल मनुष्य को मानसिक रोगी, कैंसर, ब्रेन ट्यूमर, डायबिटीज, हृदय रोग आदि कई बड़ी बीमारियाँ उपहारस्वरुप दे जाता है। मोबाइल फोन से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक विकिरणों से डीएनए क्षतिग्रस्त हो सकता है।
  मोबाइल में हमें अपनी अनेक प्रकार की तस्वीरें, बैंक और अन्य क्षेत्रों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ सुरक्षित रखने का प्रयास करते हैं किंतु मोबाइल हैकर कभी भी आपकी गुप्त जानकारियाँ चुरा कर उसका गलत उपयोग भी कर सकते हैं। आजकल नए-नए तरीके स्मार्टफोन आ रहे हैं जो कि बच्चों को बहुत ही आकर्षित करते हैं। ये स्मार्टफोन बच्चों की पढ़ाई के काम आते हैं किंतु कई बार बच्चों को इससे कुछ ऐसी गलत जानकारियाँ भी मिल जाती हैं जिससे वे गलत मार्ग की ओर प्रशस्त होते हैं। शौक के कारण कुछ लोग रात-रात भर मोबाइल का प्रयोग करते हैं जिससे उनकी नींद पूरी नहीं होती है और साथ ही मोबाइल का प्रयोग उनके दिमाग को कमजोर भी बना देता है। मोबाइल का अत्यधिक प्रयोग कई बार मानसिक विकार, चिड़चिड़ापन, अनिद्रा आदि का कारण भी बन जाता है।
  मोबाइल के अत्यधिक प्रयोग से आंखों की रोशनी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, सिर दर्द की समस्या, शरीर में दर्द आदि समस्यायें जगह पाती हैं। कभी-कभी तो यह मायाजाल इतना फैल जाता है कि लोगों को मोबाइल की इस कदर लत लग जाती है कि बिना फोन के वे बेचैनी महसूस करते हैं। अनजाना भय और घबराहट होने के कारण इंसान न जाने किस दिशा में कोई गलत कदम उठा ले।
    मैं यह नहीं कहती कि हमें मोबाइल का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि आज के तकनीकी युग में मोबाइल जीवन की आवश्यकता बन गया है * यदि हम आवश्यकता को आवश्यकता ही बने रहने दे उसे अपने जीवन की लत ना बनने दें तो वह हमारे लिए उपयोगी भी सिद्ध हो सकता है। बस आवश्यकता है तो मोबाइल प्रयोग करते समय सावधानियाँ बरतने तथा केवल जरूरत पड़ने पर ही उसका उपयोग करने की। यदि हम ऐसा करेंगे तो तकनीक के क्षेत्र में भी पीछे नहीं होंगे और मोबाइल के मायाजाल से भी स्वयं को बचा सकेंगे।



अयांश गोयल

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8 Comments

Gunjan Kamal

12-Mar-2022 08:30 AM

बिल्कुल सही कहा आपने

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Ayaansh Goyal

14-Mar-2022 03:03 PM

धन्यवाद गुंजन जी

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Lotus🙂

12-Mar-2022 12:49 AM

जहाँ एक तरफ ये मोबाइल हमारी सुविधाओं से परिपूर्ण है बही इस के परिणाम भी घातक सिद्ध हो रहे हैं

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Ayaansh Goyal

14-Mar-2022 03:03 PM

धन्यवाद आदरणीय

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Aliya khan

12-Mar-2022 12:44 AM

बढ़िया जी

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Ayaansh Goyal

14-Mar-2022 03:02 PM

धन्यवाद आलिया जी

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